tag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post8640071775350122620..comments2023-04-04T15:07:07.156+05:30Comments on वेबलाग पर...At Hindi Weblog: क्राँति की तलवार - इन्क़लाब ज़िन्दाबादडा० अमर कुमारhttp://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-88021254923851971852009-09-30T01:35:01.496+05:302009-09-30T01:35:01.496+05:30भगत सिंह को बस इसीलिए तो याद किया जाता है कि उन्हो...भगत सिंह को बस इसीलिए तो याद किया जाता है कि उन्होंने अस्सेम्बली में बम फेंका. उनके विचारों को कितनो ने पढ़ा है?Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-89859953780213879702009-09-27T12:58:35.132+05:302009-09-27T12:58:35.132+05:30ओर देखिये गुरुवर आज के टाईम्स ऑफ़ इंडिया ओर दैनिक ...ओर देखिये गुरुवर आज के टाईम्स ऑफ़ इंडिया ओर दैनिक जागरण में कही जिक्र भी नहीं है ...कल किसी सज्जन ने अपने ब्लॉग पे एक वाजिब सवाल उठाया था के हमें इतिहास पढने की क्यों आवश्यकता है .....आज देख कर लगा .....इसी लिए के हम उन्हें याद रखे ..जिनकी वजह से हम अस्तित्व में है....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-6343877242236382009-09-27T11:28:54.000+05:302009-09-27T11:28:54.000+05:30इन्कलाब की ज़रुरत तो अब पहले से भी ज्यादा महसूस हो...इन्कलाब की ज़रुरत तो अब पहले से भी ज्यादा महसूस हो रही है. क्योंकि अब लक्ष्य बहुमुखी हो गया है. <br />बहुत अच्छा लेख लिखा है. <br />प्रथम दर्शनों के लिए आभार.डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-32305327332659070712009-09-27T09:56:34.452+05:302009-09-27T09:56:34.452+05:30इंकलाब यानि क्रान्ति शब्द का अर्थ ’प्रगति के लि...इंकलाब यानि क्रान्ति शब्द का अर्थ ’प्रगति के लिये परिवर्तन की भावना एवँ आकाँक्षा’है...ओबामा ने अमेरिका में चेंज का नारा देकर ही अश्वेत राष्ट्रपति के रूप में इतिहास रचा...हम देश के रूप में 62 साल पहले आज़ाद हो चुके हैं...लेकिन गरीबी, अशिक्षा, भूख और सामाजिक कुरीतियों से हम कब आज़ाद होंगे...वही होगी हमारी टोटल आज़ादी...और इसके लिए राहुल गांधी का मूक इंकलाब ही काफी नहीं है...हर भारतीय को इसके लिए आगे आना होगा, तभी तस्वीर बदल सकेगी...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-977343293711537122009-09-27T09:10:17.872+05:302009-09-27T09:10:17.872+05:30इंकलाब जिन्दाबाद का सही अर्थ यही है जो इस पत्र में...इंकलाब जिन्दाबाद का सही अर्थ यही है जो इस पत्र में समझाया गया है। इस पत्र की इस अवसर पर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-805445689677540414.post-22504908986267914982009-09-27T05:11:26.465+05:302009-09-27T05:11:26.465+05:30लोग साधारणतया जीवन की परम्परागत दशाओं के साथ चिपक ...<i>लोग साधारणतया जीवन की परम्परागत दशाओं के साथ चिपक जाते हैं और परिवर्तन के विचार से ही काँपने लगते हैं ।</i><br /><br />कितना कटु सत्य है<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.com