27 September 2009
दिनांक : Sunday, September 27, 2009 | 6 सुधीजन टिपियाइन हैं | अँतर्जाल पर, इतिहास, भगत सिंह, मुद्र्ण से..
क्राँति की तलवार - इन्क़लाब ज़िन्दाबाद

23 September 2009
दिनांक : Wednesday, September 23, 2009 | 4 सुधीजन टिपियाइन हैं | परमाणु, प्रो. ए.पी.जे.कलाम, मीमाँसा, मुद्र्ण से..
कवि हृदय वैज्ञानिक का चकित आध्यात्म्य

9 September 2009
दिनांक : Wednesday, September 09, 2009 | 2 सुधीजन टिपियाइन हैं | खलील ज़िब्रान, तर्क विवेचन, मुद्र्ण से.., विविधा
मज़बूत होता जाता रिश्ता

6 September 2009
दिनांक : Sunday, September 06, 2009 | 4 सुधीजन टिपियाइन हैं | मुद्र्ण से.., विद्रूपता का सच, विविधा, सत्ता व्यवस्था की धमक
इनकी डायरी में कैद उनकी वर्दियाँ

4 September 2009
दिनांक : Friday, September 04, 2009 | 3 सुधीजन टिपियाइन हैं | अँतर्जाल पर, बुनो कहानी, विविधा, व्यँग्य, साथियों की कलम
फुल्ली फालतू चैनल का कवर स्टोरी: घासी राम की भैँस

3 September 2009
दिनांक : Thursday, September 03, 2009 | 14 सुधीजन टिपियाइन हैं | अँतर्जाल पर, मीमाँसा, विद्रूपता का सच, साथियों की कलम
भिखारी और लिपस्टिक

2 September 2009
दिनांक : Wednesday, September 02, 2009 | 9 सुधीजन टिपियाइन हैं | अँतर्जाल पर, तर्क विवेचन, मुर्दा क्यूँ यह मुद्दे ?, यौन शोषण, साथियों की कलम
कुंठित कनेक्शन

अँतर्जाल एवं मुद्रण से समकालीन साहित्य के चुने हुये अँशों का अव्यवसायिक सँकलन (संकलक एवं योगदानकर्ता के निताँत व्यक्तिगत रूचि पर निर्भर सँग्रह ! आवश्यक नहीं, कि पाठक इसकी गुणवत्ता से सहमत ही हों ) उत्तम रचनायें सुझायें, या भेजे ! उद्घृत रचनाओं का सम्पूर्ण स्वत्वाधिकार सँबन्धित लेखको एवँ प्रकाशकों के आधीन ![]() Creative Commons Attribution-Non-Commercial-Share Alike 2.5 India License. Based on a works at Hindi Blogs,Writings,Publications,Translations Permissions beyond the scope of this license may be available at http://www.amar4hindi.com |
मानवता की अनुत्तरित जिज्ञासा
नासदासीन नो सदासीत तदानीं नासीद रजो नो वयोमापरो यत किमावरीवः कुह कस्य शर्मन्नम्भः किमासीद गहनं गभीरम सृष्टि सृजन : ऋग्वेद (१०:१२९ )
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डा. अनुराग आर्य
अभिषेक ओझा
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तुम्हारे लिए - मैं उसकी हंसी से ज्यादा उसके गाल पर पड़े डिम्पल को पसंद करता हूँ । हर सुबह थोड़े वक्फे मैं वहां ठहरना चाहता हूँ । हंसी उसे फबती है जैसे व्हाइट रंग । हाँ व्...5 years ago
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कॉन्सेप्चुअल फ्रेमवर्क - सामाजिक विज्ञान को विज्ञान की उपाधि जरूर किसी ऐसे व्यक्ति ने दी होगी जिसे लगा होगा कि विज्ञान को विज्ञान कहना *डिस्क्रिमिनेशन* हो चला है। विज्ञान और तार्...5 years ago
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मछली का नाम मार्गरेटा..!! - मछली का नाम मार्गरेटा.. यूँ तो मछली का नाम गुडिया पिंकी विमली शब्बो कुछ भी हो सकता था लेकिन मालकिन को मार्गरेटा नाम बहुत पसंद था.. मालकिन मुझे अलबत्ता झल...10 years ago